—–## ख्याल ##—-
क्यूँ न आएगा ख्याल आपका
जब रूह में बसाया था आपको
कितनी शिद्दत के साथ आत्मा ने
प्यार से बुलाया था आपको !!
दूरी चाहे कितनी भी क्यूँ न हो
इस दिल ने रोज बुलाया था आपको
प्यार से याद जो करते हो रोजाना
तो कैसे दूर भेज दें अब आपको !!
पल पल हर पल बसे हो जेहन में
फिर कैसे भुलाया जाए आपको
वक्त मिले तो आ जाना सपने में
इस दिल ने हर पल जो बुलाया है आपको !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ