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29 Apr 2017 · 1 min read

खोलो उर के द्वार बंद ऑखों को खोलो ( गीत )

खोलो उर के द्वार, बंद ऑखों को खोलो !
निखिल विश्व का प्यार तुम्हारे घर आता है ।

हरिद्वार है तीर्थ हमारा ,गंगाजल अमृत ।
गीता- रामायण का वाचन अर्थ हमारा है ।
यहॉ सुपूजित श्रमिकों का बल,जीवन है संबल
जन- कल्याणी परोपकारी धर्म हमारा है ।
भारतीय इन सबसे ही पहचाने जायेंगे ।।
— जितेंद्रकमल आनंद , रामपुर ( उ प्र )
दिनांक : २९-४-१७

Language: Hindi
Tag: गीत
341 Views

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