खोखली बातें
विश्व में
भारत का डंका
बजाने वालों
वसुधैव कुटुम्बकम
का संदेश फैलाने वालों,
विश्व पटल पर
स्वतंत्रता, समानता और
बन्धुत्व की अलख
जगाने वालों।
सुनो –
तुम्हारी ये
बाते खोखली हैं,
अभी भी इस देश के
नागरिक रोज सीवरों में मर रहे हैं,
हाथ से मानव मल उठा रहे हैं,
तुम्हारें स्वच्छता अभियान की
धज्जियां उड़ा रहे हैं।
आधुनिकता के,
वैज्ञानिकता के
नाम पर मंगल
पर जाने वालों।
अभी भी
देश के नागरिक
अपने उदर के ‘मंगल’
के लिए उतरते हैं
गंदे नालो में,
क्या तुम्हें मालूम
नही ?
तुम्हारे नाक के नीचे
पूरी मानवता
शर्मसार हो रही हैं।