“खोई सी है जिंदगी “
खोई सी है जिंदगी इसे खोजने जाना है।
वक्त – बेवक्त ही सही पर ढूँढ ही लाना है।
जिंदा तो रहते हैं कई साँसो के सहारे पर।
मुझे जिंदगी को इसकी रुह से मिलाना है।
कहते है ये सुख-दुख का अनोखा खेल है।
इस खेल का मुझे अलग नियम बनाना है।
शशि “मंजुलाहृदय”