खेल जगत का सूर्य
रन का जैसे यंत्र है, करता रन बौछार।
खेल जगत का सूर्य है, अपना सूर्य कुमार।
अपना सूर्य कुमार, मार से हक्का बक्का।
रह जाते हैं लोग, देखकर इसका छक्का।
हुआ चहेता आज, खिलाड़ी यह जन जन का।
करता है साकार, स्वप्न यह सबके मन का।।
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 15/12/2023