खेलते होली
हायकु मुक्तक
खेलते होली ,नाचते हम सब, झूमझूम के
खुशी मनायें, सब गुझिया खायें , चूमचूम के।
मलें गुलाल,अबीर संग रंग,रुप निखारो।
साथ भिगायें , संग में सब भीगें,घूम घूम के।
डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रेम
वरिष्ठ परामर्श दाता, प्रभारी रक्त कोष
जिला चिकित्सालय, सीतापुर
9450022526