खेतों में हरियाली बसती
खेतों में हरियाली बसती
कृषक जन आहार उपजाता है
अतिथि की सेवा देवी देवों की
पूजा भाव विस्तृत नभ हमारा है
जन भूखा सोता नहीं कभी यहां
थाली दूजे की खाली रहती नहीं
गुड़ बताशा घर का मीठा पानी
पाणि से पिला सम्मान होता है
संस्कृति नीति सर्वधर्म सम्मान
समारोह एक साथ मिल मनाता
वह भारत देश हमारा है ॥