खूबसूरत भारतीय संविधान की खूबसूरत कविता
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मेरा भारत महान है ,यह हमारी शान है।
खुश किस्मती है मेरी, वह मेरी पहचान है।
मेरा भारत महान है ,यह हमारी शान है।।
राष्ट्र के लिए कुछ कर सकूं ,यह मेरा सम्मान है ।
तिरंगे से लिपट कर जाऊं ,यह मेरा अरमान है ।
संविधान कितना खूबसूरत है इसका ,यह तो ईश्वरीय वरदान है ।
मेरा भारत महान है, यह हमारी शान है ।।
प्रस्तावना इसकी आत्मा है ,तो मूल अधिकार इसकी सांस है ।
प्रस्तावना इसकी आत्मा है, तो मूल अधिकार इसकी सांस है ।
नीति निदेशक तत्व गहने है ,तो मूल कर्तव्यों की मिठास है।
नीति निदेशक तत्व गहने हैं, तो मूल कर्तव्यों की मिठास है । राष्ट्र के नीति निर्माताओं का ,इसमें पूरा विधान है ।
राष्ट्र के नीति निर्माताओं का इसमें पूरा विधान है ।
दुनिया का सबसे खूबसूरत दस्तावेज, ऐसा हमारा संविधान है ।
मेरा भारत महान है ,यह हमारी शान है ।
संविधान कितना खूबसूरत है इसका यह तो ईश्वरीय वरदान है ।।
वे देव-दूत थे, जिन्होंने इस संविधान को रचाया है ।
गीता, कुरान, बाइबल बनाकर ,हर भारतीय के मन में बसाया है ।
देखो हमारी संसद को कैसे यह इठलाती है ,जो प्रश्न उठाते लोकतंत्र पर उन्हें यह झुकलाती है।
मेरा भारत महान है, यह हमारी शान है ।
संविधान कितना खूबसूरत है इसका ,यह तो ईश्वरीय वरदान है।।
न्यायपालिका की आजादी से, न्याय का मंदिर जगमगाया है ।
न्यायपालिका की आजादी से ,न्याय का मंदिर जगमगाया है ।
गरीबों की आशा है, उनका मन इसी ने बहलाया है ।
न्यायाधीशों की कुर्सी पर देखो, वे बैठे भगवान हैं । न्यायाधीशों की कुर्सी पर देखो, वे बैठे भगवान हैं ।
मेरा संविधान कितना खूबसूरत है ,यह मेरा अभिमान है । मेरा भारत महान है, यह हमारी शान है ।
संविधान कितना खूबसूरत है इसका ,यह तो ईश्वरीय वरदान है ।।
केंद्र राज्य संबंध बनाकर ,रिश्तो की नई जोड़ी डोर ।
केंद्र राज्य संबंध बनाकर ,रिश्तो की नई जोड़ी डोर। पंचायतों की स्थापना करता, शासन चला गांव की ओर ।खर्चा होगा , जांच होगी ऐसा ,लेखा परीक्षक कहता है । खर्चा होगा, जांच होगी ऐसा ,लेखा परीक्षक कहता है ।
ऐसा खूबसूरत संविधान तो, ईश्वर ही दे सकता है ।
मेरा भारत महान है, यह हमारी शान है ।
प्रशन उठाओ तुम जी भर कर, मेरा तिरंगा यूं ही लहराएगा। प्रशन उठाओ तुम जी भर कर ,मेरा तिरंगा यू ही लहराएगा । मेरा संविधान मेरा गौरव ,हर भारतीय का मन गायेगा ।
तिरंगे से लिपटकर कोई सपूत ,जब घर आता है ।
तिरंगे से लिपटकर कोई सपूत ,जब घर आता है ।
मन मेरा रोता है, ऐसा अवसर मेरे जन्म में क्यों नहीं आता है ।
मेरा भारत महान है, यह हमारी शान है ।
संविधान कितना खूबसूरत है, इसका यह तो ईश्वरीय वरदान है ।।
राष्ट्र के लिए कुछ कर सको, ऐसा मेरा संविधान कहता है । राष्ट्र के लिए कुछ कर सको ,ऐसा मेरा संविधान कहता है । अवसर मिला तो आगे रहूंगा , ऐसा मेरा मन कहता है ।
मौत से नहीं लगता डर, राष्ट्र के लिए कुछ करना है । संविधान का यही संदेश , कुछ किए बिना क्या मरना है ।मेरा भारत महान है, यह हमारी शान है ।
संविधान कितना खूबसूरत है ,इसका यह तो ईश्वरीय वरदान है ।। यह तो ईश्वरीय वरदान है ।।
????जय भारत जय संविधान????
——– HUKAM SINGH