खूबसूरत धरा बना देंगे
खूबसूरत धरा बना देंगे
हम इसे पेड़ों से सजा देंगे
प्यार से देखभाल करके हम
कष्ट धरती के सब मिटा देंगे
फिर यहाँ चहचहायेंगे पंछी
फूलों से हम चमन खिला देंगे
घोलती विष जो हैं फिजाओं में
वो बुरी आदतें भुला देंगे
कीमती बूँद -बूँद है जल की
पाठ सबको ही को ये पढ़ा देंगे
‘अर्चना’ खाते हैं कसम अब हम
स्वर्ग अपना वतन बना देंगे
डॉ अर्चना गुप्ता