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17 Sep 2021 · 1 min read

खून का एक एक कतरा

मेरे जिस्म से
खून का
एक एक कतरा
बहा दिया
फिर भी
उस वहशी दरिन्दे की प्यास न
बुझी
कुछ लोग
लगता ऐसा है कि
कुछ नहीं कर रहे पर
बहुत कुछ कर जाते हैं
ऐसे लोग जिस्म पर वार नहीं
करते पर
अपनी कटु वाणी
बुरे व्यवहार
अवहेलना के बवंडर की
चरम सीमा को पार करते
दिल के टुकड़े
आत्मा को छलनी और
जिन्दगी को तबाह कर जाते हैं।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
403 Views
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