Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2020 · 9 min read

खूनी चुड़ैल।

रानी कौन है वहां मम्मा बचाव बचाव मम्मा बचाव मुझे डर लग रहा है।मम्मा बचाव मार देगा ये मुझे मीना जल्दी से अंदर जाती है। देखती है कि रानी बिस्तर पर हांथ पैर पटक रही और चिल्ला रही। रानी को जल्दी से उठाती है। मीना क्या हुआ रानी बेटा कोई सपना देखा रानी- हां मम्मा मीना क्या देखा मम्मा मैंने देखा कि एक औरत है जो सब को बुला रही है और कहती है सब को मार देगी कोई नहीं बचेगा मम्मा मुझे डर लग रहा है । मीना कोई नहीं बेटा सपना है कोई हकीकत थोड़ी है। चलो भूल जाओ । मै तुम्हारे लिए चाय बना देती हूं। रानी बेटा मै तुमसे बताना भूल गई। तुम्हारे फ्रेंड का फोन आया था । कह रहे थे वो लोग दस पंद्रह दिन के लिए बाहर घूमने के लिए जा रहे हैं। और तुमको भी साथ में चलना पड़ेगा। थोड़ी देर में रानी के दोस्त रानी के घर पर पहुंचते है। सनी- आंटी आंटी कहां हो आंटी ,मीना रानी की मां अंदर से आवाज देती है हां सनी तुम लोग बाहर बैठे।में तुम सबके लिए चाय बना दू, सभी लोग चाय पी लेना तब निकला। ओके आंटी लेकिन जल्दी बनाओ। मीना ये लो तुम सभी चाय पियो। रानी, सनी तुम चाय पियो मैं चलने के लिए तैयार हो जाती हूं । सनी, ठीक है रानी तुम जल्दी से तैयार हो जाओ। सनी, रानी तुम तैयार हो गई हां सनी बस एक मिनट। मैं तैयार हो चुकी हूं। रानी ओके आई अम रेडी। चलो दोस्तो । मीना अच्छा बेटा सनी सही से जाना गाड़ी ज्यादा तेज नहीं चलना ओके आंटी डोंट वरी। मीना, और सनी बेटा रानी का ध्यान रखना। ओके आंटी। चल पड़ते हैं सब । सनी, सुनो सभी लोग रानी, शायरा, जारा,रामू, नीरू, हां सनी बताओ । आप सभी में से पहले अपनी मन पसंद की जगह कौन जाना चाहता है। शायारा, सनी पहले मैं बताऊंगी कहां जाना है। ओके सायरा बताओ कहां जाना। सायरा, सनी मैंने एक दिन सपने में एक (पुराना वृक्ष) के बारे में देखा था। वहां चलना है। सनी, ठीक है, सायरा रास्ता बताओ ( पुराना वृक्ष) का सायरा, यार सनी मुझे रास्ता नहीं पता।, सनी ठीक है चलो आगे किसी से पूछते हैं। ओके।सनी , रानी तुम्हें क्या हुआ जो ऐसी उदास बैठी हो , नहीं यार सनी कुछ नहीं , सनी नहीं कुछ तो है जो इतना उदास, उदास बैठी हो बताओ हम लोगों को, क्या हुआ । रानी ,यार सनी मैं जब आज सो रही थी तो मैंने एक सपना देखा। सनी , बस इतनी सी बात में इतना उदासी, रानी नहीं यार सनी मैंने देखा कि एक औरत है और वह बुला रही है । और कह रही है कि जो भी आयेगा मारा जाएगा कोई नहीं बच पायेगा। सनी, अच्छा फिर तो सही अब तो हम वही चलेंगे। सनी, सायरा यार तुम अपना कैंसल करो। क्यों यार सनी अब हम लोग रानी के यहां चलेंगे। सायरा मतलब,सनी। मतलब की रानी ने जो बताया तुमने सुना नहीं। सायरा , क्या बताया रानी ने। रानी कह रहीं है कि इन्होंने आज एक सपना देखा और सपने में देखा कि एक औरत है और वो इनको बुला रही है । और कह रही है कि कोई नहीं बचेगा सब मारे जाओगे। वाह क्या बात है रानी तुमने तो मुझे लगता कोई चुड़ैल देख लिया। रानी सायरा यार बंद करो ये बातें मुझे डर लग रहा है। ठीक है, सनी अगर ये बात है तो यहीं चलते हैं। सनी, रानी तुम्हें उस जगह का नाम याद हैं। रानी हां मुझे उस जगह का नाम याद है। सनी, बताओ । रानी, उस जगह का नाम है (,,,,,,,, फिर वही हवेली,,,,) सायरा, यार सनी ये तो नाम से ही डर लगता है। सनी, रानी तुम्हें रास्ता पता है। रानी नहीं। ठीक है आगे वाले गांव में पूछते है। सभी लोग एक गांव में पहुंचते है। सनी, हेल्लो दादा जी हेल्लो ,दादा जी हां बेटा बताओ क्या बात है। दादा जी क्या आप मुझे (फिर वही हवेली का रास्ता) बता सकते हो दादा जी, क्यों बेटा वहां क्या करना है। सनी , दादा जी आप रास्ता बताओ गे की नहीं,बताऊंगा बेटा पर बेटा वो जगह बहुत ही शैतानी है वहां जो भी जाता है। वापस नहीं आता। सनी दादा जी मैंने आप से रास्ता पूछा है। वहां की कहानी नहीं। दादा जी, ठीक है अगर आप लोग् नहीं मानते तो जाओ भगवान आप लोगों की सहायता करे। बेटा यहां से सीधे पंद्रह किलो मीटर जाना उसके बाद दांए मूड जाना और फिर दस किलो मीटर जाना आगे एक जंगल मिलेगा उस जंगल के बीचों बीच से एक सुरसुरी सा रास्ता गया हुआ है वहां से दो किलो मीटर पैदल जाना पड़ेगा वहीं है फिर वही हवेली। ओके दादा जी आप का बहुत बहुत धन्यवाद। सनी कहता है और चल देता है। आगे थोड़ी दूर चलने पर एक आवाज सुनाई देती है। सभी डर जाते हैं। और वापस जाने को कहते हैं लेकिन सनी नहीं मानता। चलता रहता है। आगे थोड़ी दूर जाने पर फिर एक आवाज सुनाई देती है यार सनी तुम्हें कुछ सुनाई दे रहा है। सनी, हां। गाड़ी चलती जा रही चलती जा रही। अब वो वहां पहुंच गए जहां से पैदल जाना था। सब लोग अपना अपना सामान लेकर जंगल की और चल देते हैं। जैसे ही जंगल में घुसते हैं की सायं से एक चमगादड़ आके रानी के बगल से निकलता है। रानी, मम्मी , मम्मी ,मम्मी सनी जल्दी से पास में आकर क्या हुआ रानी क्या हुआ । रानी, सनी कोई आया था मेरे पास अभी कोई इधर से गया है। सनी डरो नहीं रानी कोई नहीं है,यहां। थोड़ा आगे बढ़ते ही सायरा का पैर फटाक से एक गढ्ढा में चला जाता है। जैसे ही सायरा बचाव, बचाव,रामू बचाव सनी सभी जल्दी से सायरा को बाहर निकालते हैं। जैसे जैसे फिर वही हवेली कि तरफ जाते हैं। अजीब तरह, तरह की आवाजें आती हैं। चुड़ैल की आवाज सुनाई देती हैं। हहा, ह हा ह हा हू हू हू हू आओ जल्दी आओ कोई नहीं बचेगा। फिर एक आवाज आती है चीह चिहह चीहह हिही हीही। किसी तरह सब फिर वही हवेली के पास पहुंचते है। सनी, रानी यही हवेली देखा था तुमने हां सनी यही वो हवेली है। सभी एक साथ आगे पढ़ते हैं। सायरा, सनी इसका दरवाजा किधर है। सनी, पता नहीं आओ ढूंढते हैं। सभी लोग एक साथ हवेली के चारो तरफ घूमने लगते हैं। सायरा सनी ये देखो यहां से अंदर को दिख रहा है। सनी कहां है सायरा हटो तुम मुझे दिखाओ जैसे ही सनी उस जगह को छूता है तैसे ही सनी हवेली के अंदर चला जाता है। और दरवाजा बंद हो जाता है सभी बहुत डर जाते है। अब सनी चारो तरफ घूम घूम कर दरवाजा ढूढता है। थोड़ी देर में एक छोटा सा दरवाजा मिलता है सनी उसी रास्ते से सभी को अंदर ले जाता है। जैसे ही सब अंदर जाते हैं कि वो भी बंद हो जाता है। अब सभी डरे डरे से हो गए। हवेली के अंदर बहुत सारा जाला लगा रहता है।अंदर बहुत सारे चमगादड़ , मकरे, चूहे इधर से उधर भागते रहते है। रानी,सनी चलो यहां से मुझे डर लग रहा है। सनी तुम अंदर मत जाना। जैसे ही आगे बढ़ता है कि एक मृत मनुष्य की लाश ऊपर से गिरती है। सायरा, रानी लाश को देख कर चिल्लाने लगती हैं। सनी, रामू दोनो की जल्दी से मुंह बंद करता है। जैसे ही थोड़ा आगे बढ़ते हैं।की सायरा गायब हो जाती है। सायरा को गायब देख रानी रोने लगती है। सब धीरे धीरे आगे बढ़ते।की दरवाजा से आवाज आने लगती है। चूह चूह चर चर ची ची। आवाज आते आते दरवाजा अपने आप खुल जाता है। थोड़ा आगे बढ़ते हैं कि रामू भी गायब हो जाता है। अब सनी और रानी धीरे धीरे आगे बढ़ते हैं। थोड़ा आगे जाते है। सनी एक कदम आगे जैसे ही बढ़ता है तैसे ही जमीन फट जाती है और वो नीचे चला जाता है तुरंत जमीन के नीचे जाने का रास्ता बंद हो जाती है । और रानी ऊपर हवेली में अकेली बचती है। रानी बहुत डरी होती है अब तो वो इतना डर रही है की न आगे जा रही है और न पीछे । रानी वहीं खड़ी होकर रोती रहती है कि अचानक से रामू की लाश गिरती है ऊपर से ऐसा मंजर देख रानी के होश उड़ जाते है। रानी किसी तरह हिम्मत कर पूरी हवेली घूम घूम कर दरवाजा खोजती है। लेकिन रानी अचानक से एक कमरे घुस जाती है जिसमें बहुत सारे मरे मनुष्यों की हड्डियां छत में टंगी होती हैं। रानी वहां से जोर से भागती है।और अचानक छत टूट जाती है और रानी भी वहीं पहुंच जाती है जहां सनी होता है। वहीं पर उस चुड़ैल ने सायरा को भी बांधे रखती है। चुड़ैल सायरा और सनी की बलि देने के लिए आग लगाकर पूंजा करती रहती है। अभी चुड़ैल को पता नहीं कि और कोई तीसरा भी वहां मौजूद है। रानी छुपकर सारा ड्रामा देखती रहती है। और चुड़ैल ने सायरा और सनी को पहले से ही विहोस कर देती है। रानी ये सब देख बहुत डर जाती है और मन ही मन रोती रहती है।की अचानक से एक छोटी से किताब ऊपर से गिरती है। जो उस किताब में चुड़ैल को मारने कि कहानी लिखी होती है। रानी उस किताब को पढ़ना शुरू करती है। किताब में लिखी कहानी— एक समय की बात है एक गांव था और उस गांव में एक हंसता खेलता एक परिवार रहता था लेकिन उस में एक दुर्भाग्य से दुर्घटना घटती है । रात में उस घर पर जाकर कुछ लोग उस घर में रह रही एक महिला की इज्जत लूट कर उसे मार डालते हैं। उस परिवार के साथ हुए ऐसे हादसे के बाद उस घर के सारे लोग वह घर छोड़ कर चले जाते हैं। और हवस की शिकार हुई महिला की आत्मा अपना बदला लेने के लिए गांव में बहुत अत्याचार मचाती रहती है। और एक एक कर के लोगों को मारती रहती है। इसी तरह बहुत से लोगों को मार देती है गांव में बहुत कम लोग बचते है। गांव के सभी लोग परेशान हो कर इसके समाधान का रास्ता ढूंढने निकलते है। एक दिन गांव के लोग एक तांत्रिक के पास जाते हैं। इस चुड़ैल की पूरी कहानी सुनाते है। तांत्रिक गांव के लोगों की पूरी बात सुनने के बाद एक ताबीज देता है और कहता है कि अगर आप लोग चाहते हो कि वो चुड़ैल भस्म हो जाय तो आप लोगों में से किसी एक लोग को रात में, जब वो अपनी चुड़ैल रूप में आए तब तुम को ये ताबीज उसके उपर फेंक देना है। और अगर आप लोग ये नहीं कर सकते तो एक और तरकीब है । लेकिन मरेगी नहीं केवल हवेली के बाहर नहीं आ पाएगी। आप ये ताबीज लेकर पूरी हवेली घूम कर मुख्य दरवाजे के चौखट के साथ थोड़ा सा खोद कर गाड़ देना फिर ये बाहर कभी नहीं आएगी। और जब भी कोई ये ताबीज उस पर डालेगा वो भस्म हो जाएगी रानी जल्दी से सब पढ़ने के बाद जल्दी से बाहर जाने का रास्ता खोजती है। उधर चुड़ैल ने सनी और सायरा को मारने का पूरा इंतजाम कर लिए। चुड़ैल सायरा को लाकर आग के पास बैठा देती है। और फिर सनी को लाने जाती है। उधर रानी बहुत ही देज में बाहर का रास्ता पाकर बाहर आकर हवेली का मुख्य द्वार ढूंढती है। रानी को मुख्य दरवाजा मिल जाता है लेकिन जब वो जमीन खोदती है तो उसको वो ताबीज नहीं मिलती उधर चुड़ैल ने सायरा और सनी को भस्म करने की पूरी तैयारी कर ली। अब इधर रानी ख़ूब खोदती है खूब खोदती है परेशान हो जाती है। उसे ताबीज नहीं मिलता। उधार चुड़ैल सायरा को आग में भस्म कर देती है। चुड़ैल खूब च्चिल्लाती रहती है। अब सनी कि बारी आती है। की रानी परेशान होकर अपना सिर ऊपर करती है।की देखती है।की दरवाजा में कुछ बंधा है। रानी उसे जल्दी खोलती है देखती है तो ये वही ताबीज होता है ।रानी जल्दी ताबीज को लेकर अंदर जाती जैसे ही सनी को आग में डालने जाती है कि रानी वही ताबीज उस चुड़ैल पर फेंक देती है। चुड़ैल जोर जोर से चीखती है रानी सनी दोनो जल्दी हवेली के बाहर आ जाते हैं। जैसे ही दोनो बाहर आते हैं कि हवेली में आग लग जाती है और पूरी हवेली जल जाती है। सायरा और रामू के खो जाने से दोनो को बड़ा दुख होता है। दोनो घर जाते है। घर पर पूरी कहानी सुनाते हैं।घर वाले बड़े दुःखी होते हैं। लेकिन घटी हुई दुर्घटना को भूल जाने को कहते हैं।।।।।।

संजय कुमार गौतम✍️✍️

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 619 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पिता आख़िर पिता है
पिता आख़िर पिता है
Dr. Rajeev Jain
Midnight success
Midnight success
Bidyadhar Mantry
If.. I Will Become Careless,
If.. I Will Become Careless,
Ravi Betulwala
इन्तिज़ार,
इन्तिज़ार,
हिमांशु Kulshrestha
कुदरत ने क्या ख़ूब करिश्मा दिखाया है,
कुदरत ने क्या ख़ूब करिश्मा दिखाया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तू
तू
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
हर आदमी का आचार - व्यवहार,
हर आदमी का आचार - व्यवहार,
Ajit Kumar "Karn"
कैसे ज़मीं की बात करें
कैसे ज़मीं की बात करें
अरशद रसूल बदायूंनी
"आपके पास यदि धार्मिक अंधविश्वास के विरुद्ध रचनाएँ या विचार
Dr MusafiR BaithA
यादों की है कसक निराली
यादों की है कसक निराली
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
बेटे की माॅं
बेटे की माॅं
Harminder Kaur
“फेसबूक मित्रों की बेरुखी”
“फेसबूक मित्रों की बेरुखी”
DrLakshman Jha Parimal
*चाहत  का  जादू छाया है*
*चाहत का जादू छाया है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
स्वयं के जीवन में अगर हम दूसरे की सफलता को स्वीकार नहीं करते
स्वयं के जीवन में अगर हम दूसरे की सफलता को स्वीकार नहीं करते
ललकार भारद्वाज
मां शारदे वंदना
मां शारदे वंदना
Neeraj Agarwal
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
মা মনসার গান
মা মনসার গান
Arghyadeep Chakraborty
आवो मिलकर बनायें हम हरियाला राजस्थान
आवो मिलकर बनायें हम हरियाला राजस्थान
gurudeenverma198
पत्नी   से   पंगा   लिया, समझो   बेड़ा  गर्क ।
पत्नी से पंगा लिया, समझो बेड़ा गर्क ।
sushil sarna
मेरी अर्थी🌹
मेरी अर्थी🌹
Aisha Mohan
असफल लोगो के पास भी थोड़ा बैठा करो
असफल लोगो के पास भी थोड़ा बैठा करो
पूर्वार्थ
4239.💐 *पूर्णिका* 💐
4239.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
بدلتا ہے
بدلتا ہے
Dr fauzia Naseem shad
ढोल  पीटते हो  स्वांग रचाकर।
ढोल पीटते हो स्वांग रचाकर।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बड़ा गहरा रिश्ता है जनाब
बड़ा गहरा रिश्ता है जनाब
शेखर सिंह
*दिल से*
*दिल से*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"बदलाव"
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ खास दिलों को
कुछ खास दिलों को
shabina. Naaz
🙅ताज्जुब कैसा?🙅
🙅ताज्जुब कैसा?🙅
*प्रणय*
Loading...