खुश रहो नये साल में
हर भाव में समभाव में ,
सत्संग के प्रभाव में ।
कृपा रहे त्रिकाल में ,
खुश रहो नये साल में ।।1।।
आशा रहे विश्वास भी ,
कुछ प्रार्थना और प्रयास भी ।
हर हाल में हर काल में ,
खुश रहो नये साल में ।।2।।
कुछ बदलेगा नहीं ,
गर तुम बदल नहीं पाए ।
ठोकरें लगती रहेंगी ,
गर तुम संभल नहीं पाए ।।3।।
त्याग हर तनाव तुम ,
मुस्कुरा तत्काल में ।
हर हाल में हर काल में ,
खुश रहो नये साल में ।।4।।
तुम खुद अपनी तकदीर हो ,
इसे कोई और बदल नहीं सकता ।
समस्या एक सच्चाई है ,
ये यूँ ही टल नहीं सकता ।।5।।
कृष्ण तुम्हारे साथ हैं ,
सूक्ष्म में विकराल में ।
हर हाल में हर काल में ,
खुश रहो नये साल में ।।6।।
कवि – मनमोहन कृष्ण
तारीख – 04/01/2021
समय – 07:21 (सुबह)
मोबाईल – 9065388391