खुश रहिये( भाग-2)
पैसे की उपयोगिता और महत्त्व
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आज के युग में पैसा ही सबसे महत्वपूर्ण वस्तु हे।हर आदमी पैसा कमाने में लगा हुआ हे।
आज की दुनिया में जिसके पास पैसा नहीं हे वो राजू हे और पैसे वाला राजकुमार ।
पैसे कमाने की होड़ सी लगी हुई हे।हर व्यक्ति को ढेर सारा पैसा चाहिए जिससे वो तमाम भौतिक सुख सुविधाये खरीद सके ।
पैसे कमाने के चक्कर में व्यक्तित्व का हास होता जा रहा हे।वर्तमान समय में ईमानदारी,कर्तव्यनिष्ठा,परोपकार,त्याग,तपस्या आदि सभी गुणों का लोप होता जा रहा हे ।और जिनमे ये गुण हे उनका भी समाज में यथोचित सम्मान नहीं हे।आज के इस भौतिकवादी युग में सम्मान व्यक्ति के कपडे देखकर किया जाता हे, न कि गुणों को देखकर।
बहुत सारा पैसा कमाने के बाद भी क्या वास्तव में इंसान खुश हे?नहीं।अगर ऐसा होता तो हर अमीर आदमी खुश रहता और हर गरीब आदमी दुःखी होता।
ध्यान दीजिये-
1.पैसा केवल आपको भौतिक सुख दे सकता हे।आतंरिक शांति नहीं।
2.हमेशा रिश्तो को अहमियत दीजिये।
3.पैसे कमाने के लिए ऐसे रास्तों का चयन मत करना कि आपको भविष्य में कष्ट उठाना पड़े।
4.जो कुछ आपके पास हे उसमे खुश रहना सीखिये ।
5.अपनी क्षमताओं से बाहर जाकर खर्च मत कीजिये।
6.शादी ,पार्टी आदि में फिजूलखर्ची मत कीजिये ।
7.अपनी कमाई का 20 प्रतिशत सेविंग करिये।ताकि जरुरत के वक्त आपको किसी के आगे हाथ ना फेलाना पड़े ।
8.अपने में कुछ हुनर विकसित कीजिये ताकि आपकी आमदनी बढ़ सके ।
9.शॉपिंग करते वक्त हर कुछ सामान खरीदकर घर लाने की आदत से बचिए।
उपयोगिता के आधार पर सामान खरीदिए।
10.अपने आसपास के लोगों का मूल्यांकन उनके गुणों के आधार पर कीजिये,ना कि उनके धन के आधार पर।
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