Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2019 · 1 min read

खुश रहा करो…

१.
खुश रहा करो…
दिल में दबा के दर्द
होठों से हहहहहा करो
पलकों पे छुपा के आँसू
अंग-अंग से ठठा करो
मेरी जान तुम तो
खुल के हंसा करो…
…सिद्धार्थ
२.
सब ने कहा जी भर जियो
तुमने कहा हंस कर जियो
दिल ने कहा तुम से मिल कर जियो
हम कहते हैं, देखा जाय…
पहले तुम मिलते हो या मौत…
…पुर्दिल

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 234 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कहाँ चल दिये तुम, अकेला छोड़कर
कहाँ चल दिये तुम, अकेला छोड़कर
gurudeenverma198
यादें
यादें
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
दुर्गा माँ
दुर्गा माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🙏❌जानवरों को मत खाओ !❌🙏
🙏❌जानवरों को मत खाओ !❌🙏
Srishty Bansal
जानते हो मेरे जीवन की किताब का जैसे प्रथम प्रहर चल रहा हो और
जानते हो मेरे जीवन की किताब का जैसे प्रथम प्रहर चल रहा हो और
Swara Kumari arya
यौवन रुत में नैन जब, करें वार पर  वार ।
यौवन रुत में नैन जब, करें वार पर वार ।
sushil sarna
*BOOKS*
*BOOKS*
Poonam Matia
किस मोड़ पे मिलेंगे बिछड़कर हम दोनों हमसफ़र,
किस मोड़ पे मिलेंगे बिछड़कर हम दोनों हमसफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
न ख्वाबों में न ख्यालों में न सपनों में रहता हूॅ॑
न ख्वाबों में न ख्यालों में न सपनों में रहता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
अलाव की गर्माहट
अलाव की गर्माहट
Arvina
अच्छी बात है
अच्छी बात है
Ashwani Kumar Jaiswal
सत्य क्या है ?
सत्य क्या है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"उन्हें भी हक़ है जीने का"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रिय आँसू तुम्हारे बिना ये आँखें, जैसे सूखी धरती की प्यास,त
प्रिय आँसू तुम्हारे बिना ये आँखें, जैसे सूखी धरती की प्यास,त
Rituraj shivem verma
प्रिय के प्रयास पर झूठ मूठ सी रूठी हुई सी, लाजवंती के गालों
प्रिय के प्रयास पर झूठ मूठ सी रूठी हुई सी, लाजवंती के गालों
kaustubh Anand chandola
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
वन उपवन हरित खेत क्यारी में
वन उपवन हरित खेत क्यारी में
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
किसी को फर्क भी नही पड़ता
किसी को फर्क भी नही पड़ता
पूर्वार्थ
■ सुरीला संस्मरण
■ सुरीला संस्मरण
*प्रणय प्रभात*
सब धरा का धरा रह जायेगा
सब धरा का धरा रह जायेगा
Pratibha Pandey
Teacher
Teacher
Rajan Sharma
"अदृश्य शक्ति"
Ekta chitrangini
3233.*पूर्णिका*
3233.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सिर्फ लिखती नही कविता,कलम को कागज़ पर चलाने के लिए //
सिर्फ लिखती नही कविता,कलम को कागज़ पर चलाने के लिए //
गुप्तरत्न
फ़ासले जब
फ़ासले जब
Dr fauzia Naseem shad
रमेशराज के 'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में 7 बालगीत
रमेशराज के 'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में 7 बालगीत
कवि रमेशराज
*धन्य-धन्य वे लोग हृदय में, जिनके सेवा-भाव है (गीत)*
*धन्य-धन्य वे लोग हृदय में, जिनके सेवा-भाव है (गीत)*
Ravi Prakash
आकांक्षा : उड़ान आसमान की....!
आकांक्षा : उड़ान आसमान की....!
VEDANTA PATEL
छोटी सी बात
छोटी सी बात
Kanchan Khanna
Loading...