. खुशी
जब गम के कुहासे को चीर, आशा की रोशनी आ गई,
ऐसा लगा कि ज़िन्दगी में इक और ज़िन्दगी आ गई ।
चल पड़े कदम खुद ब खुद अपनी मंजिल की ओर,
मेरे दामन में अनायास ही हर एक खुशी आ गई ।।
©वन्दना नामदेव
जब गम के कुहासे को चीर, आशा की रोशनी आ गई,
ऐसा लगा कि ज़िन्दगी में इक और ज़िन्दगी आ गई ।
चल पड़े कदम खुद ब खुद अपनी मंजिल की ओर,
मेरे दामन में अनायास ही हर एक खुशी आ गई ।।
©वन्दना नामदेव