Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Shyam Sundar Subramanian
141 Followers
Follow
Report this post
4 Feb 2022 · 1 min read
खुशी
आंतरिक संतुष्टि की व्युत्पन्न मात्रा के आधार पर हर व्यक्ति में खुशी का अंश भिन्न होता है।
Language:
Hindi
Tag:
कोटेशन
Like
Share
365 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
खुली किताब
Shyam Sundar Subramanian
भाव तरंग
Shyamsundar Subramanian
काव्य सरिता
Shyam Sundar Subramanian
You may also like:
*जीवन में हँसते-हँसते चले गए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आज वक्त हूं खराब
साहित्य गौरव
" मुझे नहीं पता क्या कहूं "
Dr Meenu Poonia
जो तेरे दिल पर लिखा है एक पल में बता सकती हूं ।
Phool gufran
😊व्यष्टि दर्शन😊
*प्रणय*
पढ़ो और पढ़ाओ
VINOD CHAUHAN
भारत मां की लाज रखो तुम देश के सर का ताज बनो
कवि दीपक बवेजा
छीना झपटी हो रही,
sushil sarna
"" वार दूँ कुछ नेह तुम पर "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
अबके रंग लगाना है
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
बसंत आने पर क्या
Surinder blackpen
आईना हो सामने फिर चेहरा छुपाऊं कैसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"मेरे अल्फ़ाज़"
Dr. Kishan tandon kranti
3461🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
घर हो तो ऐसा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सदा सुखी रहें भैया मेरे, यही कामना करती हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ये बिल्कुल मेरी मां जैसी ही है
Shashi kala vyas
नव वर्ष गीत
Dr. Rajeev Jain
सत्यं शिवम सुंदरम!!
ओनिका सेतिया 'अनु '
हमारी प्यारी मां
Shriyansh Gupta
हमारी सोच
Neeraj Agarwal
प्रतीक्षा
Shaily
सबसे आसान है बहाने बनाकर खुद को समझाना। अपनी गलतियों पर खुद
पूर्वार्थ
जय हो कल्याणी माँ 🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
राजस्थानी भाषा में
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कर्म पथ पर
surenderpal vaidya
जय श्री राम कहेंगे
Harinarayan Tanha
"परिश्रम: सोपानतुल्यं भवति
Mukul Koushik
****तुलसीदास****
Kavita Chouhan
भावनात्मक निर्भरता
Davina Amar Thakral
Loading...