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23 Nov 2021 · 1 min read

खुशी रो पड़ी !

खुशी रो पड़ी !
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माहौल कुछ ग़मगीन हुई, खुशी रो पड़ी !
बहना जो उसकी ससुराल को चल पड़ी !
भावनाओं को नियंत्रित किया था उसने ,
पर , कुछ देर बाद फूट-फूटकर रो पड़ी !!

स्वरचित एवं मौलिक ।
सर्वाधिकार सुरक्षित ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
कटिहार ( बिहार )
दिनांक : 23 नवंबर, 2021.
“”””””””””””””””””””””””””””””””
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Language: Hindi
7 Likes · 2 Comments · 543 Views
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