खुशी की लहर
एक साल आता है,
एक साल जाता है,
कुछ रिश्ते बनते है,
कुछ वादे टूटते है,
यादें जाती है,
बातें रह जाती है,
जीवन पथ पर राही मिलते है,
कुछ अपने दूर चले जाते है,
खुशी की लहर दौड़ रही,
पश्चिम की हवा चल रही,
बड़ा तेज है इसका बहाव,
बदल गए सबके हाव भाव,
किन्तु……..
हर्ष है कि खुश हम है,
मिलकर भगा रहे तम है,
मध्य निशा को रहे झूम,
अपनो के संग मची धूम,
।।शुभकामनाएं, शुभाशीष।।।