Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Aug 2017 · 1 min read

” ——————————————खुशियां समेटे थे” !!

ये जो बोल बिखरें हैं , बरसों से समेटे थे !
नाग की तरह ये तो , कुंडली मारे बैठे थे !!

टूटा है भरम सबका , जान गए गहराई!
दुशाले में ये अपना , मुंह जो लपेटे थे !!

पदक यहां आसां नहीं , पद मिल ही जाते हैं !
सफलता के दामन में , खुशियां समेटे थे !!

विरासत में जो भी मिला , छिप नहीं पाता है !
गरिमा चढ़ा भेंट दी , सफलता पे ऐंठे थे !!

उम्मीदों पे उतरें खरे , पलकों पे बैठगें !
गिरे अर्श से फर्श पर , किस्मत लपेटे थे !!

सबके हैं दिन फिरते , कल की खबर किसको !
आज बेदखल हो गए , कुर्सियों पे बैठे थे !!

बृज व्यास

414 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दवा और दुआ में इतना फर्क है कि-
दवा और दुआ में इतना फर्क है कि-
Santosh Barmaiya #jay
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,
manjula chauhan
शिष्टाचार
शिष्टाचार
लक्ष्मी सिंह
हज़ारों साल
हज़ारों साल
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
यह पृथ्वी रहेगी / केदारनाथ सिंह (विश्व पृथ्वी दिवस)
यह पृथ्वी रहेगी / केदारनाथ सिंह (विश्व पृथ्वी दिवस)
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
गुरु
गुरु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
Lohit Tamta
मोबाइल है हाथ में,
मोबाइल है हाथ में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जीत के साथ
जीत के साथ
Dr fauzia Naseem shad
पीर
पीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
वो ख्वाब
वो ख्वाब
Mahender Singh
पिछले पन्ने 5
पिछले पन्ने 5
Paras Nath Jha
पीने वाले पर चढ़ा, जादू मदिरापान (कुंडलिया)*
पीने वाले पर चढ़ा, जादू मदिरापान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दो रंगों में दिखती दुनिया
दो रंगों में दिखती दुनिया
कवि दीपक बवेजा
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
"भाभी की चूड़ियाँ"
Ekta chitrangini
कोरा संदेश
कोरा संदेश
Manisha Manjari
मुक्तक।
मुक्तक।
Pankaj sharma Tarun
जिंदगी भी एक लिखा पत्र हैं
जिंदगी भी एक लिखा पत्र हैं
Neeraj Agarwal
--एक दिन की भेड़चाल--
--एक दिन की भेड़चाल--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
चुनिंदा बाल कविताएँ (बाल कविता संग्रह)
चुनिंदा बाल कविताएँ (बाल कविता संग्रह)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
Rituraj shivem verma
घट -घट में बसे राम
घट -घट में बसे राम
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
पता ही नहीं चलता यार
पता ही नहीं चलता यार
पूर्वार्थ
सर्द हवाओं का मौसम
सर्द हवाओं का मौसम
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
रमेशराज की बच्चा विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की बच्चा विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
होंसला
होंसला
Shutisha Rajput
2384.पूर्णिका
2384.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Loading...