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23 Sep 2024 · 1 min read

खुशियाँ हल्की होती हैं,

खुशियाँ हल्की होती हैं,
झट से फुर्र हो जाती हैं।
गम भारी होते हैं,
उठाए नहीं उठते हैं।

– मीरा ठाकुर

4 Likes · 15 Views
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