खुलेआम मोहब्बत को जताया नहीं करते।
खुलेआम मोहब्बत को जताया नहीं करते।
ज़ालिम के डर से हम घबराया नहीं करते।
मिलती है शिकस्त ज़माने में यूंही कभी कभी ।
हम अहले हिंदुस्तान है ये जताया नहीं करते ।।
Phool gufran
खुलेआम मोहब्बत को जताया नहीं करते।
ज़ालिम के डर से हम घबराया नहीं करते।
मिलती है शिकस्त ज़माने में यूंही कभी कभी ।
हम अहले हिंदुस्तान है ये जताया नहीं करते ।।
Phool gufran