Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2021 · 1 min read

खुलूसो ऐतबार मोहब्बत की पहचान होते हैं

खुलूसो ऐतबार मोहब्बत की पहचान होते हैं
मोहब्बत न हो जिनमें वो रिश्ते बेजान होते है

सिर्फ नज़रों का मिल जाना ही मोहब्बत नहीं है
मोहब्बत के भी कुछ उसूलो अरकान होते हैं

तमाम सफर दुश्वारियां ही पेश आती रहती हैं
मोहब्बत के रास्ते कहां कभी आसान होते हैं

सब जानते हैं मोहब्बत में हासिल कुछ नहीं होगा
लोग दिल लगा कर ख्वामखा परेशान होते हैं

बेशक मोहब्बत से ही क़ायम है ये दुनिया लेकिन
लोग कहते हैं मोहब्बत करने वाले नादान होते है

तुम्हें मिली है मोहब्बत ये अपनी खुशनसीबी समझो
मोहब्बत के देवता कहां सब पर मेहरबान होते हैं

न जाने क्यों करते है मोहब्बत की खिलाफत लोग
जहां मोहब्बत नहीं रहती वो शहर वीरान होते हैं

नफरतों के दिए ज़ख्म मोहब्बत से ही भर सकते हैं
फिर भी कुछ लोग मोहब्बत से बदगुमान होते है

हर एक दिल के किसी गोशे में होती है ये पोशीदा
मगर कुछ लोग उस मोहब्बत से अंजान होते है

मिले फुर्सत तो किसी से ‘अर्श’ मोहब्बत तुम भी कर लेना
जो लोग मोहब्बत नहीं करते वो बहुत पशेमान होते हैं

Mohd Azeem “Arsh”
Pilibhit, UP

8 Likes · 45 Comments · 534 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" गम "
Dr. Kishan tandon kranti
कमरा उदास था
कमरा उदास था
Shweta Soni
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
नारी के चरित्र पर
नारी के चरित्र पर
Dr fauzia Naseem shad
3289.*पूर्णिका*
3289.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Love is some time ❤️
Love is some time ❤️
Otteri Selvakumar
हमारा अपना........ जीवन
हमारा अपना........ जीवन
Neeraj Agarwal
नौका को सिन्धु में उतारो
नौका को सिन्धु में उतारो
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
नेता पक रहा है
नेता पक रहा है
Sanjay ' शून्य'
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
Sonam Puneet Dubey
सफलता का मार्ग
सफलता का मार्ग
Praveen Sain
"मेरे देश की मिट्टी "
Pushpraj Anant
यात्राओं से अर्जित अनुभव ही एक लेखक की कलम की शब्द शक्ति , व
यात्राओं से अर्जित अनुभव ही एक लेखक की कलम की शब्द शक्ति , व
Shravan singh
जो गुजर रही हैं दिल पर मेरे उसे जुबान पर ला कर क्या करू
जो गुजर रही हैं दिल पर मेरे उसे जुबान पर ला कर क्या करू
Rituraj shivem verma
बढ़ता कदम बढ़ाता भारत
बढ़ता कदम बढ़ाता भारत
AMRESH KUMAR VERMA
आसान होते संवाद मेरे,
आसान होते संवाद मेरे,
Swara Kumari arya
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
■ रहस्यमयी कविता
■ रहस्यमयी कविता
*प्रणय प्रभात*
तलाशी लेकर मेरे हाथों की क्या पा लोगे तुम
तलाशी लेकर मेरे हाथों की क्या पा लोगे तुम
शेखर सिंह
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
कवि रमेशराज
एक और बलात्कारी अब जेल में रहेगा
एक और बलात्कारी अब जेल में रहेगा
Dhirendra Singh
माणुष
माणुष
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
हमारे हाथ से एक सबक:
हमारे हाथ से एक सबक:
पूर्वार्थ
कहां खो गए
कहां खो गए
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
प्रणय गीत
प्रणय गीत
Neelam Sharma
फिर सुखद संसार होगा...
फिर सुखद संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
देश के वासी हैं
देश के वासी हैं
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आ जाओ गणराज
आ जाओ गणराज
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म-
कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म-
Shreedhar
Loading...