खुली है मधुशाला !!
हे बच्चन, तेरी हाला !
कैसे? हाय! पियें प्याला !!
धर्म स्थल बन्द हुए हैं,
मगर खुली है मधुशाला !!
सकल विश्व में लोग डरे !
महामारी हुंकार भरे !!
सब घर में भयभीत पड़े,
डगर खुली है मधुशाला !!
सरकारी जब खोल दिया !
प्राइवेट क्यों बन्द किया ??
पालेंगे बच्चे कैसे,
अगर खुली है मधुशाला !!
दम किया सबकी नाक में !
रख दी दूरियाँ ताक में !!
अर्थव्यवस्था की ख़ातिर,
मगर खुली है मधुशाला !!