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10 Oct 2018 · 1 min read

खुद में खोकर खुद को पाना

खुद में खोकर खुद को पाना
काम ज़रा सा भारी हैं
जिन नज़रो में देखी है
हमने
सूरत अपनी
जानाँ वह नज़र तुम्हारी है

सारे ग़मो को हर देती है जो पल में
कुछ ऐसी मुस्कान तुम्हारी है
आँख मेरी लगने ही नहीं देती यादे तेरी
क्या मेरी नींद भी अब तुम्हारी है

तुझको सोचू और तुझको गाऊ
छाई मुझपे यह कैसी खुमारी है
हर पल खुद से ही लडते रहना
मोहब्बत ये कैसी गिरफ्तारी है

हर पल ढूंढें तुझको आँखे मेरी
क्यूँ तेरी सूरत इतनी प्यारी है
हर पल तेरी बाते करना खुद से
इस दिल पे यह कैसी ज़िम्मेदारी है

दुनिया चाहे अब कुछ भी समझे
हमको बस खबर हमारी है
तुझमे खोकर खुद को पाऊ
कुछ ऐसी जिद अब हमारी है
खुद में खोकर खुद को पाना
काम ज़रा सा भारी हैं…..

Language: Hindi
2 Likes · 400 Views
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