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5 Sep 2017 · 1 min read

खुद की तलाश…..

जो चाहा कभी वो हासिल हुआ ही नही
इस सबब मैंने कुछ भी चाहा ही नही,

रूदादे सफर अब लिखें भी तो क्या
खुद की तलाश मुझ में कभी खत्म होती ही नही,

सबब = वजह,कारण
रूदादे सफर=यात्रा का वर्णन

**$$@कपिल जैन@$$**

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