खुदी में मगन हूँ, दिले-शाद हूँ मैं
खुदी में मगन हूँ, दिले-शाद हूँ मैं
बचा हूँ विवादों से, अपवाद हूँ मैं
तबीयत ही कुछ ऐसी पाई है मैंने
जहाँभर की फ़िक्रों से आज़ाद हूँ मैं
—महावीर उत्तरांचली
खुदी में मगन हूँ, दिले-शाद हूँ मैं
बचा हूँ विवादों से, अपवाद हूँ मैं
तबीयत ही कुछ ऐसी पाई है मैंने
जहाँभर की फ़िक्रों से आज़ाद हूँ मैं
—महावीर उत्तरांचली