खुदा की नियामत
खुदा को हाजिर नाजिर जानकर ,
कीजिए जिंदगी का यूं गुजार ।
ईमान का संभाल गुनाहों से बचे रहेंगे ,
उसकी बरसेगी फिर नियामत हजार ।
खुदा को हाजिर नाजिर जानकर ,
कीजिए जिंदगी का यूं गुजार ।
ईमान का संभाल गुनाहों से बचे रहेंगे ,
उसकी बरसेगी फिर नियामत हजार ।