खुदाया ! तुम तो हद करते हो …
सुना है चोट खाने पर भी जो ,
किसी के लिए दुआ करे ।
उस पर तुम इनायत करते हो ।
मगर कोई अपने लिए इंसाफ भी न मांगे ?
खुदाया ! यह तो तुम हद करते हो ।
सुना है चोट खाने पर भी जो ,
किसी के लिए दुआ करे ।
उस पर तुम इनायत करते हो ।
मगर कोई अपने लिए इंसाफ भी न मांगे ?
खुदाया ! यह तो तुम हद करते हो ।