खुदगर्ज इंसान
खुद बेफिक्र और तंदुरुस्ती का जीवन जीना चाहते है ,
मगर दूसरों के जीवन को दुख और संताप में डुबोकर
कितना खुदगर्ज ,मक्कार और दुष्ट होगा यह इंसान ,
जो करता है गुनाह जमाने को अपना अच्छा रूप दिखाकर ।
खुद बेफिक्र और तंदुरुस्ती का जीवन जीना चाहते है ,
मगर दूसरों के जीवन को दुख और संताप में डुबोकर
कितना खुदगर्ज ,मक्कार और दुष्ट होगा यह इंसान ,
जो करता है गुनाह जमाने को अपना अच्छा रूप दिखाकर ।