Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Oct 2023 · 1 min read

खिंचता है मन क्यों

खिंचता है मन क्यों
बरबस तेरी ओर।
नज़रों की पैमाइश क्यों,
हरपल होती तेरी ओर।।
है नरम नरम सा एहसास
जो तुझसे जुड़ता जाता
न देखूँ तो तुझको मन
बुझा बुझा रह जाता
उठी पलक जो तुझको पाऊँ
आए राहत की साँसे
कौन मेरा तू मैं न जानूँ
जुड़े हुए क्यूँ मेरी तुझसे एहसासे
न कुछ तुझसे पाने की चाहत
न तुझको पाने की
अनकहे प्रेम की ये सौगातें
है मेरे अपनाने की।।
-शालिनी मिश्रा तिवारी
( बहराइच, उ०प्र० )

Language: Hindi
2 Likes · 252 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shalini Mishra Tiwari
View all
You may also like:
संस्कारों को भूल रहे हैं
संस्कारों को भूल रहे हैं
VINOD CHAUHAN
अचानक से
अचानक से
Dr. Kishan tandon kranti
तर्कश से बिना तीर निकाले ही मार दूं
तर्कश से बिना तीर निकाले ही मार दूं
Manoj Mahato
' पंकज उधास '
' पंकज उधास '
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
Neelofar Khan
नव प्रस्तारित सवैया : भनज सवैया
नव प्रस्तारित सवैया : भनज सवैया
Sushila joshi
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सच्चे लोग सागर से गहरे व शांत होते हैं!
सच्चे लोग सागर से गहरे व शांत होते हैं!
Ajit Kumar "Karn"
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
4427.*पूर्णिका*
4427.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ! ...
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ! ...
पूर्वार्थ
।।  अपनी ही कीमत।।
।। अपनी ही कीमत।।
Madhu Mundhra Mull
दीप का सच
दीप का सच
Neeraj Agarwal
इल्म़
इल्म़
Shyam Sundar Subramanian
कैसे हो गया बेखबर तू , हमें छोड़कर जाने वाले
कैसे हो गया बेखबर तू , हमें छोड़कर जाने वाले
gurudeenverma198
पानी में हीं चाँद बुला
पानी में हीं चाँद बुला
Shweta Soni
रमेशराज के कुण्डलिया छंद
रमेशराज के कुण्डलिया छंद
कवि रमेशराज
ज़िन्दगानी में
ज़िन्दगानी में
Dr fauzia Naseem shad
जीवन
जीवन
Bodhisatva kastooriya
9) खबर है इनकार तेरा
9) खबर है इनकार तेरा
पूनम झा 'प्रथमा'
जला रहा हूँ ख़ुद को
जला रहा हूँ ख़ुद को
Akash Yadav
मैं इश्क़ की बातें ना भी करूं फ़िर भी वो इश्क़ ही समझती है
मैं इश्क़ की बातें ना भी करूं फ़िर भी वो इश्क़ ही समझती है
Nilesh Premyogi
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
Sonam Puneet Dubey
जपू नित राधा - राधा नाम
जपू नित राधा - राधा नाम
Basant Bhagawan Roy
काजल की महीन रेखा
काजल की महीन रेखा
Awadhesh Singh
..
..
*प्रणय*
सारथी
सारथी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
सड़क जो हाइवे बन गया
सड़क जो हाइवे बन गया
आर एस आघात
मेरे भोले भण्डारी
मेरे भोले भण्डारी
Dr. Upasana Pandey
मां की आँखों में हीरे चमकते हैं,
मां की आँखों में हीरे चमकते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...