खाली मन…… एक सच
शीर्षक – खाली मन
जिंदगी में मन भावों के साथ हैं।
बस खाली मन ही हम सबका हैं।
तेरे मेरे सपने आँखों में जो रहते हैं।
खाली मन में बस तेरा नाम जो हैं।
हम तुम संग साथ न खाली मन हैं।
तेरी मेरी चाहत में ही भावना होती हैं।
हां खाली मन भावों के साथ होता हैं।
आज कल बरसों से हम सभी रहते हैं।
खाली मन में लिख लिया बस नाम हैं।
तेरी यादों की तस्वीर खाली मन में बसी हैं।
खाली मन ही तो हम सबके साथ रहता हैं।
एहसास और एतबार के साथ साथ भरता हैं।
सच तो बस खाली मन जिंदगी में हमें कहता हैं।
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र