खामोश रहेंगे अभी तो हम, कुछ नहीं बोलेंगे
खामोश रहेंगे अभी तो हम, कुछ नहीं बोलेंगे।
कल को हम करेंगे क्या, कुछ नहीं बोलेंगे।।
खामोश रहेंगे अभी तो————————।।
हम देख रहे हैं तुमको, क्या कर रहे हो तुम।
किसको तुम रुला रहे हो, किसको हंसा रहे हो तुम।।
होगी कैसी तस्वीर तेरी कल, कुछ नहीं बोलेंगे।
खामोश रहेंगे अभी तो———————-।।
मालूम है हमको भी तुमने, महफ़िल सजाई है।
कहाँ किया तुमने अंधेरा, शमां कहाँ जलाई है।।
कितने दिन तुम रोशन रहोगे, कुछ नहीं बोलेंगे।
खामोश रहेंगे अभी तो———————–।।
क्या हमारे सपनें हैं, और मंजिल कहाँ हमारी है।
कितने हम होंगे विजय, और हस्ती क्या हमारी है।।
वक़्त ही बतायेगा यह तो, कुछ नहीं बोलेंगे।
खामोश रहेंगे अभी तो———————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)