खामोश जब मैं हो जाऊंगा
खामोश जब मैं हो जाऊंगा।
न फिर तुमको नज़र आऊंगा।
अब तो कहते हो चले जाओ;
यादें मगर ऐसी मैं दे जाऊंगा।
बदल जाएगा वक्त और हालात;
हर जगह नज़र पर मैं आऊंगा।
कैसे कह दोगे नहीं रिशता बाकि;
दिल से जब निकल न कभी पाऊंगा।।।
कामनी गुप्ता ***
जम्मू !