खामोशियां मेरी आवाज है,
खामोशियां मेरी आवाज है,
ख्वाहिशें मेरे अल्फाज है,
कभी आओ न, पतझड़ के मौसम के बाद,
हम गुनगुना ले जरा, ये खामोशियां…….
खामोशियां मेरी आवाज है,
ख्वाहिशें मेरे अल्फाज है,
कभी आओ न, पतझड़ के मौसम के बाद,
हम गुनगुना ले जरा, ये खामोशियां…….