खाता
खाता रहता बैंक में, खाता घर मे जाय।
खाता बी-वन में रहे , खाता नही अघाय।।
खाता नहीं अघाय, है खाता चक्कर भारी।
खाता है ई-मेल, व खाता रखे उधारी।।
‘कौशल’ खाता घूँस, स्वयं को स्वच्छ दिखाता।
खाता सब कुछ हाय, आदमी शर्म न खाता।।
@कौशल
खाता रहता बैंक में, खाता घर मे जाय।
खाता बी-वन में रहे , खाता नही अघाय।।
खाता नहीं अघाय, है खाता चक्कर भारी।
खाता है ई-मेल, व खाता रखे उधारी।।
‘कौशल’ खाता घूँस, स्वयं को स्वच्छ दिखाता।
खाता सब कुछ हाय, आदमी शर्म न खाता।।
@कौशल