खाटु श्याम भजन: तर्ज-बडी मस्तानी है मेरी महबुबा
भज ने मे उनको आये मजा-2
बडा ये प्यारा है,मेरे श्याम का नाम
बडा ये निराला है,मेरे श्याम का नाम
(1)देख के बाबा के दर को,
लुले-लंगडे भी बजाते ताली
कृपा है बडीनिराली,
भर देते है झोली खाली
है दुनिया इनकी दिवानी,
हर लेते आंखो का पानी
इन्हे शत-2 नमन
(2)चले थे रण भुमी मे,
हारे का बनुंगा सहारा
रस्ते मे मिले भगवन तो,
दे दिया शीश उतारा
मेरे बाबा बडे दिलवाले,
ये उनकी कहानी है
इन्हे शत-2नमन
(3)दुखो को हरते है बाबा,
जो आये इनके दर पे
धन-धान्य से पूरीत करते,
जो इनका ध्यान है धरते
शीश का दानी दर्शन देगा,
ये कृष्ण की जुबानी है
इन्हे शत-2 नमन