खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा…….
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा…….
किस गुरूर में जी रहा है ऐ इन्सान तू…..
जिनकी हुकूमत थी …कभी
देख कैसे सब ज़मी दौज. हो गए ….
ShabinaZ
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा…….
किस गुरूर में जी रहा है ऐ इन्सान तू…..
जिनकी हुकूमत थी …कभी
देख कैसे सब ज़मी दौज. हो गए ….
ShabinaZ