ख़्वाब ख़्वाब ही रह गया,
ख़्वाब ख़्वाब ही रह गया,
हकीकत में कोई और आ गया।
सोचा था तुम्हारे साथ कुछ लम्हा गुजारूं..,
पर, अफ़सोस!
ये लम्हा भी ख़्वाब बनके रह गया।
@thoughtscreater//:Azhar Ali
ख़्वाब ख़्वाब ही रह गया,
हकीकत में कोई और आ गया।
सोचा था तुम्हारे साथ कुछ लम्हा गुजारूं..,
पर, अफ़सोस!
ये लम्हा भी ख़्वाब बनके रह गया।
@thoughtscreater//:Azhar Ali