ख़ुशनुमा हो तेरी हर सुबह – मुक्तक
ख़ुशनुमा हो तेरी हर सुबह, खुशनुमा हो तेरी हर शाम l
हर एक आरज़ू पूरी हो तेरी, तेरे हर प्रयास को मिले अंजाम ll
दिल के हर एक कोने से, निकल रही हैं दुआएँ तेरे लिए l
रोशन हो तेरी चाहतों का समंदर, दुनिया में हो तेरा नाम ll