ख़ामोश रहना कुफ्र है
सच के लिए हर संभव
ख़तरा उठाओ, यारों!
जलते हुए सवालों से
मुंह मत चुराओ, यारों!!
मंसूर जब सूली पर हो
तो ख़ामोश रहना कुफ्र है!
ऊँचे सुर में अनलहक़ का
नारा लगाओ, यारों!!
Shekhar Chandra Mitra
सच के लिए हर संभव
ख़तरा उठाओ, यारों!
जलते हुए सवालों से
मुंह मत चुराओ, यारों!!
मंसूर जब सूली पर हो
तो ख़ामोश रहना कुफ्र है!
ऊँचे सुर में अनलहक़ का
नारा लगाओ, यारों!!
Shekhar Chandra Mitra