खयालों में तो आते हो – मुक्तक
खयालों में तो आते हो ,हकीकत में भी आ जाओ।
बहुत तडफे हैं तुम बिन हम ,और न हमको तड़फाओ।
गुजरे दिन महीने साल, जाना न मेरा तुमने हाल,
संदेशा जैसे ही पाओ, उसी के साथ चले आओ।।
राजेश व्यास अनुनय
खयालों में तो आते हो ,हकीकत में भी आ जाओ।
बहुत तडफे हैं तुम बिन हम ,और न हमको तड़फाओ।
गुजरे दिन महीने साल, जाना न मेरा तुमने हाल,
संदेशा जैसे ही पाओ, उसी के साथ चले आओ।।
राजेश व्यास अनुनय