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11 Feb 2021 · 1 min read

खत मोहब्बत के

कुछ रूह से उतर गए कुछ रूह में बस गए
कुछ ऐसे थे जो आप जैसे बन गए
ओर अपनी मोहब्बत का इज़हार कर गए
चाह कर भी वो कुछ ऐसा कर गए
कि अपने दिल की बात दिल मे रख पाए
ओर बेकसी में सब कुछ बयां कर गए
काश जंग इज़हारे इश्क़ की इतनी आसान होती
बिना कुछ कहे सब कुछ सामने आ जाए
कवि का जनून है ये इश्क़
कभी रूह से उसकी नाजाये

यह खत मोहब्बत के यूं दिल में उतर गए

Language: Hindi
9 Likes · 7 Comments · 373 Views

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