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29 Sep 2024 · 1 min read

खत्म हुआ एक और दिन

खत्म हुआ एक और दिन
और एक कश्मकश अंतहीन
अनगिनत लम्हों में बिखरा
अनंत उलझनों में उलझा
हर लम्हा बिताया गिन गिन
खत्म हुआ एक और दिन

चित्रा बिष्ट

19 Views
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