Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#26 Trending Author
sushil sarna
33 Followers
Follow
Report this post
25 Sep 2024 · 1 min read
क्षणिका
क्षणिका
ख़ामोश जनाज़े
करते हैं
अक्सर
बेबसी के तकाज़े
ज़माने से
सुशील सरना /
Tag:
Quote Writer
Like
Share
135 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
सत्य कुमार प्रेमी
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
Ranjeet kumar patre
कवि और केंकड़ा
guru saxena
4084.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"आज का दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
अगर आपमें क्रोध रूपी विष पीने की क्षमता नहीं है
Sonam Puneet Dubey
अकल की दुकान
Mukund Patil
पन्नाधाय
Dr.sunil tripathi nirala
" can we take a time off from this busy world, just to relax
पूर्वार्थ
The emotional me and my love
Chaahat
मंजिल की तलाश में
Praveen Sain
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
गांव जीवन का मूल आधार
Vivek Sharma Visha
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
Rekha khichi
बात खो गई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
दोहा त्रयी. . . . . प्रेम
sushil sarna
..
*प्रणय*
मुखौटा
Yogmaya Sharma
राम रहीम और कान्हा
Dinesh Kumar Gangwar
ये हक़ीक़त ही बासबब होगी
Dr fauzia Naseem shad
श्रीकृष्ण की व्यथा....!!!!
Jyoti Khari
"बेखबर हम, नादान तुम " अध्याय -2 "दुःख सच, सुख मात्र एक आधार है |"
कवि अनिल कुमार पँचोली
"गंगा मैया"
Shakuntla Agarwal
हर इन्सान परख रहा है मुझको,
Ashwini sharma
कितना दूर जाना होता है पिता से पिता जैसा होने के लिए...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आप हर किसी के लिए अच्छा सोचे , उनके अच्छे के लिए सोचे , अपने
Raju Gajbhiye
यूँ ही क्यूँ - बस तुम याद आ गयी
Atul "Krishn"
दुर्घटनाएं
ललकार भारद्वाज
गर्म जल कुंड
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
स्वयं के परिचय की कुछ पंक्तियां
Abhishek Soni
Loading...