“क्षणिकाएं”–विषय–*जीवन*
1.समझना है जीवन को
जीवन एक उपहार
श्वास-श्वास में बस रही
संभावनाएँ अपार।
2.हे प्रभु!
हर श्वास में
तुम हो समाए
हृदय में बसी है
ज्योति तेरी
उसी ज्योति से
जीवन सब है पाएँ ।
स्वरचित
माधुरी शर्मा मधुर
अंबाला हरियाणा।