क्लास विच हिन्दी बोलनी चाहिदी
क्लास विच हिन्दी बोलनी चाहिदी
हरियाणा के हांसी उपमंडल का ग्रामीण युवक राजेंद्र, जे. बी. टी. का कोर्स करने पंजाबी भाषी क्षेत्र सिरसा जिले के औढ़ां कस्बे में गया।
प्रशिक्षण संस्थान में अधिकतर शिक्षक और छात्र-शिक्षक पंजाबी भाषी थे।
राजेन्द्र आदतन, अपनी मातृभाषा हरियाणवी में बोल रहे थे। जिसे समझने में शिक्षक बसंत सिंह, अपने आपको असमर्थ महसूस कर रहे थे।
शिक्षक बसंत सिंह बोले, “राजेन्द्र क्लास विच हिन्दी बोलनी चाहिदी।”
राजेन्द्र बोला, “गुरु जी मेरै आपकी बात कोनी पल्लै पड़दी। हिन्दी मैं बताओ के कहो सो।”
दोनों की वार्तालाप सुनकर पूरी कक्षा ठहाके लगा-लगा कर हंस रही थी। ठहाके लगने का कारण दोनों को ही समझ नहीं आ रहा था।
-विनोद सिल्ला