क्रोध :विनाश का कारण
क्रोध अहंकार से प्रारंभ होता है ,
और विनाश पर समाप्त होता है ।
क्रोध से घर ,देश और समाज की ,
सुख ,समृद्धि ,शांति,प्रेम ,मान ,
सम्मान सब कुछ नष्ट हो जाता हैं
क्रोध अहंकार से प्रारंभ होता है ,
और विनाश पर समाप्त होता है ।
क्रोध से घर ,देश और समाज की ,
सुख ,समृद्धि ,शांति,प्रेम ,मान ,
सम्मान सब कुछ नष्ट हो जाता हैं