Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2021 · 1 min read

क्यों है ना ?

पत्रकारिता में येलो,
रेड क्या है ?
हंस, बगुला, बया क्या है ?
ऐसे प्रश्न हमारे खोजी अभियान
चलानेवालों से
प्रतिपक्ष भी पूछ सकता है !
क्यों ? है ना !

Language: Hindi
1 Like · 444 Views

You may also like these posts

तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
'रिश्ते'
'रिश्ते'
जगदीश शर्मा सहज
तुम कितने प्यारे हो
तुम कितने प्यारे हो
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हवस में पड़ा एक व्यभिचारी।
हवस में पड़ा एक व्यभिचारी।
Rj Anand Prajapati
स्वार्थी मनुष्य (लंबी कविता)
स्वार्थी मनुष्य (लंबी कविता)
SURYA PRAKASH SHARMA
ଅତିଥି ର ବାସ୍ତବତା
ଅତିଥି ର ବାସ୍ତବତା
Bidyadhar Mantry
2472.पूर्णिका
2472.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मैं आँखों से जो कह दूं,
मैं आँखों से जो कह दूं,
Swara Kumari arya
दिन में रात
दिन में रात
MSW Sunil SainiCENA
हीरा
हीरा
Poonam Sharma
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
Ravi Prakash
श्री राधा !
श्री राधा !
Mahesh Jain 'Jyoti'
अपने लक्ष्य पर त्राटक कर।
अपने लक्ष्य पर त्राटक कर।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
लोगो की नजर में हम पागल है
लोगो की नजर में हम पागल है
भरत कुमार सोलंकी
"फोटोग्राफी"
Dr. Kishan tandon kranti
(कृपाणघनाक्षरी ) पुलिस और नेता
(कृपाणघनाक्षरी ) पुलिस और नेता
guru saxena
वक्त सबको पहचानने की काबिलियत देता है,
वक्त सबको पहचानने की काबिलियत देता है,
Jogendar singh
दोहा
दोहा
sushil sarna
सोच
सोच
Rambali Mishra
4. दृष्टि
4. दृष्टि
Lalni Bhardwaj
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
कमला हैरिस ज़िंदाबाद
कमला हैरिस ज़िंदाबाद
*प्रणय*
बनाकर रास्ता दुनिया से जाने को क्या है
बनाकर रास्ता दुनिया से जाने को क्या है
डॉ. दीपक बवेजा
बादल///स्वतन्त्र ललिता मन्नू
बादल///स्वतन्त्र ललिता मन्नू
स्वतंत्र ललिता मन्नू
मीनाबाजार
मीनाबाजार
Suraj Mehra
सीख गुलाब के फूल की
सीख गुलाब के फूल की
Mangilal 713
बदला मौसम मान
बदला मौसम मान
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
वो किताब अब भी जिन्दा है।
वो किताब अब भी जिन्दा है।
दुर्गा प्रसाद नाग
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
चिन्ता करू या चिन्तन क्योंकि
चिन्ता करू या चिन्तन क्योंकि
ललकार भारद्वाज
Loading...