क्यों हिंदू राष्ट्र
हमने मानव धर्म ही सीखा, तो उसने बोला पैंट निकालो।
बोला कुरान हदीस सीख लो, जाकर के खतना करवा लो।। आगंतुक भगवान सा होता, परिजनों ने हमें सिखाया था।
फ्रांसीसी यहूदी अंग्रेज मुगल, सबको हमने अपनाया था।।
पर मुगलों ने अत्याचारों से, एक नया ही पाठ पढ़ाया था।
दूध पिलाने वाली गौ मां का, उसने ही मांस खिलाया था।।
हमने सीखा बहन बेटियों, हर औरत का इज्जत करना।
उसने बोला ये मशीन है बस, काम है इसका बच्चे जनना।।
शिक्षा शिक्षित से हो परेशान, सब शिक्षा केंद्र मिटा डाले।
शिक्षा की बनी किताबघरों को, लगाकर आग जला डाले।।
मंदिर और शिवालय, नैतिक शिक्षा का केंद्र हुआ करता था।
धर्मकेंद्र का वैभव देख, सारा संसार चकित हुआ करता था।।
धीरे धीरे इन मुगलों ने, मंदिर शिवालय गुरूकल नष्ट किए।
नष्ट किए चरित्र देश का, सबको जेहनी तौर पर भ्रष्ट किए।।
ये सभी सनातन तत्व विरोधी, ये सब जाहिल दुष्ट लफंगे हैं।
भारत ने आवरण दिया तो कुछ पहने वरना सदियों से नंगे है।।
जो डरता है उसे डराते है, ये सब असहाय निरीह को मारते है।
डट जाय अगर कोई वीर सिंह, तो ये पछाड़ मारकर भागते है।।
जागो जागो तुम वीर बनो, हिंदू हित की तस्वीर बनाओ तुम।
उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम मिल, भारत हिंदू राष्ट्र बनाओ तुम ।।
जय हिंद