क्यों याद तुमको हम कल करेंगे
क्यों याद तुमको हम कल करेंगे।
तुमने हमको ऐसा क्या दिया है।।
क्यों खत तुमको हम कल लिखेंगे।
तुमने हमें कभी क्या प्यार दिया है।।
क्यों याद हमको———————-।।
मोहब्बत के बदले नफरत तुमने की है।
बहुत बेवफ़ाई हमसे तुमने की है।।
दुश्मन भी ऐसा नहीं कर सकेगा।
सितम वह तुमने हमपे किया है।।
क्यों याद हमको——————।।
विश्वास तुमने उन पर किया है।
बदनाम तुमको जिन्होंने किया है।।
फिर भी उनको तुमने हँसते हुए।
सब कुछ अपना दे दिया है।।
क्यों याद हमको—————–।।
कभी क्या खुशी तुमने हमको दी है।
इज्जत कभी क्या तुमने हमको दी है।।
आबाद हमने तुमको किया था।
बर्बाद तुमने जबकि हमको किया है।।
क्यों याद हमको——————।।
जी नहीं सकेगी तू हमारे बिना कल।
तुम्हें याद आयेगी बहुत हमारी कल।।
क्यों अब कदम तेरी दर पर रखेंगे।
बदनाम हमको तुमने तेरे घर किया है।।
क्यों याद हमको——————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)